Monday, April 26, 2010

बिक्री कर? क्या वेट के युग में इसके बारे में भी जानना चाहेंगे?

प्रश्न: बिक्री कर किसके द्वारा लागू किया जाता है?
उत्तर: बिक्री कर राज्य अथवा केन्द्र सरकार द्वारा लागू किया जाता है। इस आधार पर बिक्री कर दो भागों में बाँटा जा सकता है – अ. राज्य बिक्रीकर, ब. केन्द्रीय बिक्रीकर।
प्रश्न: बिक्री कर किसके द्वारा वहन किया जाता है?
उत्तर: अंतिम रूप से बिक्रीकर आम नागरिक (उपभोक्ता) से वसूल किया जाता है।
प्रश्न: उपभोक्ता/आम नागरिक बिक्री कर कैसे चुकाता है?
उत्तर: बाजार में बिकने वाली वस्तुओं पर दुकानदार उनके वास्तविक मूल्य में पहले से ही बिक्री कर की राशि (राज्य बिक्रीकर और/अथवा केन्द्रीय बिक्रीकर) जोड़कर रखते हैं। अर्थात् दुकानदार जब एक वस्तु का मूल्य दस रूपये बताता है तो इस राशि में कर की राशि पहले से ही शामिल होती है, उपभोक्ता वस्तु खरीदते समय ही वह कर सरकार के लिए दुकानदार को चुका रहा होता है।
प्रश्न: दुकानदार बिक्री कर की राशि का क्या करता है?
उत्तर: दुकानदार एक निश्चित समय अंतराल से (मासिक/त्रैमासिक) एकत्रित बिक्री कर की राशि बैंक के माध्यम से सरकारी खजाने में जमा करा देता है।
प्रश्न: क्या प्रत्येक दुकानदार आवश्यक रूप से बिक्री कर की राशि सरकार को चुकाता है?
उत्तर: नही, दुकानदार जो बिक्रीकर विभाग में पंजीकृत है अथवा जिन्हें किसी नियम के अंतर्गत बिक्रीकर विभाग में पंजीकृत होना आवश्यक होता है वे ही बिक्रीकर की राशि सरकार के पास जमा करवाते हैं।
प्रश्न: कौनसे दुकानदारों को बिक्री कर विभाग में पंजीकृत होना आवश्यक है?
उत्तर: दुकानदार का बिक्रीकर विभाग में पंजीकृत होना राज्य बिक्रीकर के नियमों द्वारा निर्धारित होता है। दिल्ली क्षेत्र में उन सभी व्यवसायियों को बिक्रीकर विभाग में पंजीकृत होना आवश्यक है जिनकी वार्षिक कुल बिक्री दस लाख रूपये या अधिक है अथवा जिनको केन्द्रीय बिक्रीकर के अंतर्गत पंजीकृत होना आवश्यक है।
प्रश्न: बिक्री कर विभाग में पंजीकरण के लिए कौन कौन से दस्तावेज आवश्यक है?
उत्तर: बिक्री कर विभाग में पंजीकरण के लिए निम्न दस्तावेजों की आवश्यकता होती है – क. निर्धारित प्रार्थना पत्र, ख. पहचान पत्र तथा पते का प्रमाण, ग. जिस व्यवसायिक क्रिया के कारण पंजीकरण आवश्यक हुआ हो उससे सम्बद्ध सभी दस्तावेज, घ. प्रतिभूति, ङ. प्रतिभूति की राशि कम करने के लिए आवश्यक दस्तावेज।
प्रश्न: पंजीकरण के लिए निर्धारित फीस क्या है?
उत्तर: दिल्ली क्षेत्र में राज्य बिक्रीकर के लिए पंजीकरण के लिए निर्धारित शुल्क पाँच सौ रूपये है जिसे कोर्ट फीस के रूप में चुकाया जाता है।
प्रश्न: पंजीकरण के लिए आवश्यक प्रतिभूति की राशि एक लाख रूपये के अन्य विकल्प क्या हैं?
उत्तर: आवश्यक प्रतिभूति में अधिकतम पचास हजार रूपये की कमी निम्न दस्तावेजों के आधार पर की जा सकती है – अ. पेन कार्ड के आधार पर दस हजार रूपये, ब. पासपोर्ट के आधार पर दस हजार रूपये, स. भुगतान किए हुए अंतिम बिजली के बिल के आधार पर दस हजार रूपये, द. फिक्सड टेलीफोन के आधार पर पाँच हजार रूपये, य. व्यवसाय के स्थान के स्वामित्व के आधार पर तीस हजार रूपये, र. निवास स्थान के आधार पर बीस हजार रूपये।
प्रश्न: प्रतिभूति की राशि कैसे जमा कराई जाती है?
उत्तर: प्रतिभूति नकद, बैंक गारण्टी, प्राधिकृत किसी बैंक की जमा प्रोमिजरी नोट, नगर पालिका अथवा पोर्ट ट्रस्ट के ऋण पत्र आदि में से किसी भी रूप में दी जा सकती है।
प्रश्न: दुकानदार बिक्री कर का भुगतान व बिक्री कर की रिटर्न कब फाइल करता है?
उत्तर: बिक्रीकर का भुगतान तथा बिक्रीकर रिटर्न फाइल करने का समय दुकानदार की कर अवधि के आधार पर तय होता है।
प्रश्न: कर अवधि कितने प्रकार की होती है और उसका निर्धारण किस आधार पर होता है?
उत्तर: कुल चार प्रकार की कर अवधि होती है तथा उसका निर्धारण दुकानदार की वार्षिक बिक्री (रूपयों में) के आधार पर होता है –
अ. दस लाख या उससे कम (वार्षिक)
ब. दस लाख से अधिक पर पचास लाख तक (छ: माह)
स. पचास लाख से अधिक पर पाँच करोड़ तक (त्रैमासिक)
द. पाँच करोड़ से अधिक (मासिक)
प्रश्न: कर भुगतान की अंतिम तिथि क्या है?
उत्तर: 1. यदि कर अवधि त्रैमासिक, छ:माही अथवा वार्षिक है तो प्रत्येक क्वार्टर की समाप्ति का 28 वाँ दिन। 2. यदि कर अवधि मासिक है तो प्रत्येक माह की समाप्ति का 28 वाँ दिन।
प्रश्न: बिक्री कर रिटर्न फाइल करने की अंतिम तिथि क्या है?
उत्तर: 1. जिन व्यवसायियों की कर अवधि मासिक या त्रैमासिक है तो कर अवधि समाप्ति के 28 दिन के अन्दर।
2. जिन व्यवसायियों की कर अवधि छ: माह है तो कर अवधि समाप्ति के 45 दिन के अन्दर।
3. जिन व्यवसायियों की कर अवधि वार्षिक है तो कर अवधि समाप्ति के 75 दिन के अन्दर।
प्रश्न: नियत तिथि पर बिक्री कर की रिटर्न फाइल न करने पर क्या पेनल्टी लग सकती है?
उत्तर: सौ रूपये प्रतिदिन के हिसाब से अधिकतम दस हजार रूपये तक।
प्रश्न: बिक्री कर सरकार को सही व समय पर मिले इसके लिए आम नागरिक क्या सहयोग कर सकता है?
उत्तर: बिक्री कर की राशि सरकारी खाते में जमा कराने के लिए प्रत्येक व्यक्ति को चाहे वे उपभोक्ता हो या व्यापारी सामान खरीदते समय दुकानदार से खरीदे गए सामान के लिए बिल की मांग करनी चाहिए। यह उल्लेखनीय है कि यदि बिना बिल के खरीदे गए सामान में बाद में कोई दोष पाया जाता है तो इसकी सुनवाई उपभोक्ता मंच में भी नही होती h

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